रांची
जेएमएम के राष्ट्रीय प्रवक्ता सुप्रियो भट्टाचार्य ने आज पीएम नरेद्र मोदी के झारखंड आगमन और उनके बयानों पर कटाक्ष किया। उन्होंने कहा कि झारखंड में पीएम मोदी ने 3 चुनावी सभाएं कीं। सभी में एक समान बात दिखाई पड़ी। कहा कि पहले पीएम के भाषण में अबकी बार 400 पर पर अधिक फोकस रहता था। लेकिन दूसरे चरण का लोकसभा चुनाव हो जाने के बाद पीएम का विषय औऱ नैरेटिव बदल गया है। अब वो आरक्षण औऱ हिंदू-मुसलमान पर अधिक फोकस कर रहे हैं। सुप्रियो ने कहा कि संविधान के अनुसार देश में सभी दलों को मान्यता दी गयी। इसमें साफ-साफ कहा गया कि राजनीतिक दल धर्म, संप्रदाय और जाति से ऊपर उठकर जन कल्याण की बात करेंगे। लेकिन पीएम आदिवासी औऱ हिंदू-मुस्लिम की बात कर रहे हैं। इनको बांटने की बात कर रहे हैं।
पाकिस्तान को मुद्दा बनाने पर उठाये सवाल
सुप्रियो ने आगे कहा कि कुछ दिनों पहले जब पीएम मोदी के झारखंड आगमन की सूचना मिली, तो उन्होंने उनसे कुछ सवाल किये थे। निवेदन किया था कि झारखंड आने पर वे इन सवालों के जवाब दें। लेकिन पीएम हमारे सवालों को भूल गये। वे जनता को बरगलाने लगे। भ्रम पैदा करने लगे। उन्होंने कहा पीएम मोदी अपने पिछले कुछ भाषणों में हिंदू-मुस्लिम के साथ पाकिस्तान का भी जिक्र कर रहे हैं। उन्होंने कहा, लोकसभा का चुनाव हमारे देश भारत में हो रहा है। तो फिर पाकिस्तान यहां मुद्दा कैसे बन सकता है। यहां की जनता की समस्या और उनके विकास की बात होनी चाहिये। लिकन मोदी पाकिस्तान के बारे में बात कर रहे हैं। कहा इस साल अमेरिका में भी चुनाव होने वाले हैं। लेकिन वहां का कोई नेता, चाहे वो डेमोक्रेटिक या रिपब्लिकन, किसी पड़ोसी मुल्क की बात नहीं कर रहा है। वे अपने देश के मुद्दों पर बात कर रहे हैं।
बीजेपी के नहीं, कांग्रेस के घोषणा पत्र करते हैं बात
सुप्रियो ने आगे कहा कि पीएम मोदी अपनी चुनावी सभाओं में अपनी पार्टी यानी बीजेपी के घोषणा पत्र का नाम तक नहीं लेते। वे कांग्रेस के घोषणा पत्र की आलोचना करते अक्सर सुनाई देते हैं। उन्होंने कहा कि घोषणा पत्र का होना चुनाव आयोग की ओऱ से जरूरी करार दिया गया है। घोषणा पत्र का अपना महत्व होता है। चुनाव से पहले आपको बताना होता है कि जनता, विकास औऱ अन्य मुद्दों के लिए आपके पास क्या योजना है। अगले पांच साल आप क्या करने वाले हैं, ये देश को बताना होता है। लेकिन मोदी का अधिक समय कांग्रेस के घोषणा पत्र की आलोचना करने में बीतता है। कहा आप अपने घोषणा पत्र में ये कह सकते हैं कि हम जनता को चांद पर ले जायेंगे। लेकिन आपको इसके लिए चुनाव आयोग के सामने योजना की भी बतानी होगी कि आप ये किस तरह करने वाले हैं। बीजेपी के घोषणा पत्र में जो बातें कही गयी हैं, जो वादे किये गये हैं, पीएम मोदी को उसके बारे में बात करनी चाहिये।
खोखला हो चुकी है बीजेपी
सुप्रियो ने आगे कहा कि दरअसल बीजेपी के पास अब कोई मुद्दा नहीं रह गया है। ये पार्टी अब खोखला हो चुकी है। इसीलिए पीएम मोदी जनता को बरगलाने का काम कर रहे हैं। जनता में भ्रम फैलाने का काम कर रहे हैं। सुप्रियो ने आगे कहा कि बहुत तरह की बातें हुई। पीएम मोदी की शिक्षा को लेकर कई बार बात हुई औऱ सवाल उठे। लेकिन जेएमएम इस विवरण में नहीं जाना चाहता। कहा, जहां तक मेरी पोलटिकल समझ की बात है, मेरी जानकारी की बात है तो किसी दल को, जिस देश में वो है, उसे वहां की डेमोक्रेसी को जानना जरूरी है। वहां के संविधान को जानना जरूरी है। लेकिन पीएम मोदी की बातों से ये जाहिर नहीं होता। वे कहते हैं संविधान नहीं बदला जायेगा। लेकिन मैं फिर कहता हूं कि देश का संविधान खतरे में है। जनता को पीएम के भाषणों के भ्रम में नहीं आना चाहिये।
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